जेम्स इंटरनेशनल स्कूल, ई विलेज, प्रतापगढ़ (06.12.2025)-
आज भारत के संविधान निर्माता, आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर जेम्स इंटरनेशनल स्कूल में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर समाजसेवी एवं शिक्षाविद पीयूष पंडित ने विद्यालय के बच्चों के साथ बाबासाहेब के जीवन, संघर्ष और महान उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि—“बाबासाहेब केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि समानता, न्याय और मानवाधिकारों की सबसे मजबूत आवाज थे। उनका जीवन हमें बताता है कि शिक्षा ही सच्ची आज़ादी का मार्ग है।”
पीयूष पंडित द्वारा बच्चों को बताई गई बाबासाहेब की महान उपलब्धियाँ:
- भारत के संविधान के मुख्य शिल्पकार — जिन्होंने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को मजबूत आधार दिया।
- सामाजिक न्याय, समानता और मानव अधिकारों के प्रबल समर्थक — जीवनभर जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया।
- महिला अधिकारों के रक्षक — हिंदू कोड बिल के माध्यम से महिलाओं को संपत्ति अधिकार, तलाक का अधिकार और समान अवसर दिलाने का प्रयास किया।
- शिक्षा को शस्त्र बताया — “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो” का मार्गदर्शन दिया, जो आज भी प्रेरणा देता है।
- आरक्षण व्यवस्था के प्रवर्तक — ताकि समाज के वंचित वर्गों को अवसर और समान मंच मिल सके।
- बहुमुखी विद्वान — 32 डिग्रियों के धारक, अर्थशास्त्र, कानून, राजनीतिक विज्ञान और समाज शास्त्र के वैश्विक विद्वान।
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की अवधारणा के निर्माता — जिनकी वित्तीय नीति के विचारों ने भारत की आर्थिक संरचना को दिशा दी।
- दुनिया के पहले कानून मंत्री — जिन्होंने स्वतंत्र भारत की न्यायिक नींव रखी।
पीयूष पंडित ने बच्चों को बताया कि बाबासाहेब का जीवन प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा है—
“किसी भी कठिन परिस्थिति में शिक्षा और संघर्ष को कभी न छोड़ें, तभी समाज और देश प्रगति कर सकते हैं।”
कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए संकल्प लिया कि वे हमेशा समानता, शिक्षा और मानवता के मार्ग पर चलेंगे।
जेम्स इंटरनेशनल स्कूल, स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट द्वारा संचालित, निरंतर ऐसे प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा जिससे ग्रामीण भारत के बच्चों में नेतृत्व, जागरूकता और राष्ट्रीय मूल्यों का विकास हो सके।
“जय भीम – संविधान जिंदाबाद”


