Rashtriya Lakshya: Online News Portal

ग्रामीण भारत की बेटियों के सशक्तिकरण हेतु गुणवत्तापूर्ण एवं निःशुल्क शिक्षा – पियूष पंडित

ग्रामीण भारत की बेटियों के सशक्तिकरण हेतु गुणवत्तापूर्ण एवं निःशुल्क शिक्षा – पियूष पंडित
  • भारत में वंचित बच्चों—विशेषकर बालिकाओं—की शिक्षा, विकास और सशक्तिकरण का सबसे महत्वपूर्ण आधार है। जब एक लड़की शिक्षित होती है, तो वह अपने जीवन, परिवार और समाज के लिए सही निर्णय लेने में सक्षम बनती है। इससे स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिरता और सामाजिक उत्थान जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।

इसी उद्देश्य के साथ जेम्स इंटरनेशनल स्कूल, ई-विलेज, अलुवामाई (प्रतापगढ़) स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट के सौजन्य से दुनिया भर के वंचित बच्चों को निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के लिए संस्थान निरंतर प्रयासरत है।

स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट का मानना है कि यदि हम में से प्रत्येक व्यक्ति करुणा, सहयोग और मानवीय संवेदनाओं के साथ आगे आए, तो किसी भी बच्चे का भविष्य अंधकारमय नहीं रहेगा। हम सभी अपने समय, ऊर्जा और संसाधनों के माध्यम से इन बच्चों के जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।

इसी कड़ी में, ग्रामीण भारत की वंचित बालिकाओं की शिक्षा के लिए समाज के सभी वर्गों से सहयोग, सहभागिता और उदार दान की अपील की जाती है। यह केवल दान नहीं, बल्कि भविष्य निर्माण का एक पवित्र संकल्प है।

हमारी विनम्र प्रार्थना है—

बेटी की शिक्षा में आपका छोटा सा योगदान भी उसके सपनों को उड़ान दे सकता है।

आइए, मिलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करें जहाँ हर लड़की शिक्षित, सुरक्षित और समर्थ हो।

— पियूष पंडित

(संस्थापक, जेम्स इंटरनेशनल स्कूल & स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट)

administrator

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *