पिछले 3 माह से पूरा देश Covid 19 की चपेट में है। ऐसे में प्रदेश में विभिन्न शहरों में रह कर पढ़ाई कर रहे छात्रों में किराए को लेकर परेशानी बढ़ गई। पिछले 2 माह से छात्रों के किराया माफी की माँग कर रहे छात्र नेता विराट तिवारी ने एक दिवसीय भूखहतड़ताल की। साथ ही पूरे प्रदेश भर के अलग अलग जिले से लगभग 100 छात्रों ने एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन जाहिर किया। इसमें रायबरेली से शशिधर मिश्र और सनत त्रिवेदी ,अमेठी से सत्येंद्र तिवारी,आकाश सिंह ,शुभम पांडेय ,अयोध्या से उन्नति सिंह ,प्रतापगढ़ से अर्जुन और कार्तिक सिंह, आदि ने अहम भूमिका निभाई।
विराट तिवारी का कहना है कि शासन प्रशासन निवेदन से नही लिखित निर्देशों से चलता है । उत्तर प्रदेश सरकार को स्पष्ट निर्देश जानकारी यह बताना चाहिए कि सभी छात्रों का किराया माफ किया जाए।
देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन की मार छात्रों तक सीधे-सीधे पहुँची है। गरीब, शोषित, वंचित वर्ग के छात्रों की आय का साधन कुछ भी नहीं है सिवा अपने माता पिता से जो कि मजदूरी करके अपना खर्च निकालते हैं। लेकिन लॉकडाउन में जब प्रवासी मजदूरों सहित लगभग हर प्रकार के लोगों का रोजगार छिन गया तो वे आखिर कैसे अपने बच्चे को पढ़ा सकेंगे। इन सब में छात्रों के बीच सबसे बड़ी समस्या वो जहां रह रहे हैं वहां अपने कमरे का किराया भुगतान करने को लेकर है।
छात्रों के किराया माफी को लेकर एक दिवसीय भूखहड़ताल पर छात्र नेता विराट तिवारी

Recent Comments