रायबरेली : बीते कई दिनों से रायबरेली जनपद में रुके आईजी कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने जिला अस्पताल, कर्मयोगी डिग्री कॉलेज, अमावा गौशाला सहित कई स्थानों का किया औचक निरीक्षण । जहां पूरे देश में पहले कोरोना महामारी के चलते चल रहे लाक डाउन को मध्य नजर रखते हुए मुकेश मेश्राम सहित कई पुलिस कर्मचार उपस्थित रहे रायबरेली जनपद में कई दिनों से रुके हुए हैं I जहां शहर मैं मिली कई सारे खामियां के बावजूद कहां की पूरे भारत देश में चल रहे इस कोरोना महामारी के चलते आप लोग लॉक डाउन का पालन करें और घर पर ही रहे ।
जब आपको पता है कि बीते कई दिनों से रायबरेली नहीं बल्कि पूरा देश इस को रोना महामारी के जंग से लड़ रहा है और शासन प्रशासन हुआ अधिकारी के ऊपर सरकार की पैनी नजर है तभी आप लोग काम में कोई तरह की नियम व डिस्पेंसर का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं इसका मतलब यह है कि आप लोग गो की पहुंच ऊपर तक है इसी वजह से आप लोगों के समझ में नहीं आ रहा है आईजी एस के भगत ने कहा कि आप लोग लोगों को तो चाहिए कि 8 नहीं बल्कि 14-15 घंटे ड्यूटी करनी चाहिए l इसी तरह जनपद में सभी अधिकारी व कर्मचारी भिलाई से काम करते रहेंगे तो यह देश कभी नहीं नंबर वन होगा
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69000 शिक्षक भर्ती के याचिकाकर्ता शिक्षामित्र की हार्ट अटैक से मौत हो गई। शिक्षामित्र की मौत से चंद घण्टे बाद हाथ में मेहंदी लगाने वाली बेटी के साथ पूरा परिवार सदमे में आ गया है। लोगों का कहना है कि भर्ती में विफलता रमाकांत सदमे में थे।
अकबरपुर शिक्षा क्षेत्र के ग्राम कसेरुआ निवासी रमाकांत की वर्ष 2003 में प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर में शिक्षामित्र के पद पर नियुक्ति हुई थी। पूर्ववर्ती सरकार ने शिक्ष मित्रों को स्थाई अध्यापक बनाने का निर्णय लिया तो अन्य शिक्षा मित्रों की तरह रमाकांत ने भी जिंदगी के हसीन सपने संजो लिए थे। सपनों पर कभी सरकार ने पेंच फंसाया तो कभी कोर्ट ने मामला अटका दिया।